Monday 29 September, 2008

I have moved my blog

I have moved my blog to
http://uttams.net
Yahaan Ayiye, Hum intezaar me hain.

Love

Uttam

Monday 16 June, 2008

Doori


Main kahaan door hoon tumse
Zara tumahaare chaaron or dekho

Wahin tere anchal me zari ban ke guntha hoon
Wahin tere chehre se til ban ke lipta hoon
Wahin tere takhiye pe ek baal banke bikhara hoon
Wahin tere mez par kitaab ban ke baitha hoon
Wahi tere daraaz mein kalam banke leta hoon

Main kahaan door hoon tumse
Zara tumahaare chaaron or dekho

Tumhe meri kami kyon lagti hai
Teri nigaahon mein nami kyon hoti hai
Kya nahin hai jor khud par
Ya nahin hai aitbaar mujh par?

(Genuinely Uttam’s)

Friday 9 May, 2008

तुम इस तरह मिले


फूलों ने पूछा क्या हुआ है
मैंने कहा कँवल खिला है

तितलियों ने पूछा क्या हुआ है
मैंने कहा इन्द्रधनुष बना है

सितारों ने पूछा क्या हुआ है
मैंने कहा दिल रोशन हुआ है

चाँद ने पूछा क्या हुआ है
मैंने कहा तू ही तो मिला है!

खुदा ने पूछा क्या चाहिए तुम्हे
तो मैंने कहा सब कुछ तो मिला है!!!


(Genuinely Uttam's )

Saturday 29 March, 2008


आये हमारी याद तो आँखे बंद कर लेना
दूरियाँ तो हैं दरमियाँ , ख्यालों में कुछ कम कर लेना


मशरूफ रहना दोस्तों में हमेशा
कभी खुशियाँ बाँटना तो कभी अपने , उनके गम कर लेना


कुछ ख्वाब बुनना मेरे आस पास
और ख़ुद कि तदबीर से ऊंचाईयों तक कदम कर लेना


कोई जख्म मिले तो खुला न छोड़ना
हम को बताके मरहम कर लेना


हम होंगे साथ कुछ दिनों कि है बात
तब तक किताबों को ही सनम कर लेना

(Genuinely Uttam's)

Wednesday 19 March, 2008

Laugh a bit
with Uttam and Anand

दौलत लूटने वाले चोर कहलाते हैं
दिल लूटने वाले दिलबर कहलाते हैं
दिल-ओ-दौलत के लुटेरे girlfriend कहलाते हैं!!

तुम क्या जानो मेरा हाल, तुमसे मोहब्बत के बाद
तेरे आशिक पीटते हैं मुझे हर मुलाक़ात के बाद !!

तेरे बिछड़ने का गम ये बेचारा दिल सह न सका
फूट फूट के रोया और बोला "next one please!!"

तू प्यार है किसी और का, पर जान है मेरी
मगर सहेलियाँ तेरी, मुझे जानसे प्यारीं॥

मैं पहले से शायर था
मैं पहले से शायर था
जबसे तुमसे मिला, लिखना ही भूल गया!!

कल करे सो आज कर
आज करे सो अब
इसलिए भैय्या!
आज सोना है , अभी सोलो॥
कल छुट्टी है, आज ही लेलो॥

तुम मिली मुझे जन्मों के नसीब से ..
तुम मिली मुझे जन्मों के नसीब से ..
साला नसीब ही इतना ख़राब था..मुझे ही मिलना था??

(Genuinely Uttam and Anand's)

Monday 17 March, 2008

बेवफाई



उन्होंने हमारे दिल को खिलौना समझा
खेल भी लिया और तोड़ भी दिया !!
(Genuinely Uttam’s)

वो गये और जख्म छोड़ गये ,
यूँ ही छोड़ देता तो नासूर बन जाता ,
दोस्तों ने बचाया , दोस्ती का मरहम लगा के ,
वरना उनका आँचल कफ़न बन जाता !!
(Genuinely Uttam’s)

हमें वो तनहा छोड़ गये ,
और यादें साथ छोड़ गये ,
उनकी यादों के साथ जीने की आदत हुई हमें ,
अब न हम तनहा हैं , न उनकी यादें !!
(Genuinely Uttam’s)

हम खफा हैं उनकी बेवफाई पे ..
के वो हमें छोड़ कर चले गये
हम जी रहे हैं उनके बिना ..
इस से बढ़ कर बेवफाई हम क्या करें ?
(Genuinely Uttam’s)

हमें मिली बेफूल कब्र ही सही ॥
उन्हें हमारी कद्र न सही ॥
ये दिल न धड़क -कर भी उनका नाम लेता है ..
उन्हें सुनने की सब्र न सही ॥
(Genuinely Uttam’s)

अश्कों को ज़ाया नही करते बेवाफाओं के जाने से ,
जहर नही ख़रीदा करते मिठाइयाँ न मिलने से ,
वो गये तो मौत करीब नज़र आने लगी ,
जरा सोचिये ! जब वो नहीं थे ,क्या ज़िंदगी नही थी ?
(Genuinely Uttam’s)

Funny version by one of my friend:

उन्होंने हमारे pocket को ATM समझा

उन्होंने हमारे pocket को ATM समझा

Operate भी किया और loot भी लिया !!!

(By Anand Yaligar)

Thursday 28 February, 2008

शामिल



तू मेरे हर पल में शामिल है
जैसे धड़कन दिल में शामिल है


तेरी आँखें सपनों में शामिल हैं
जैसे तारे आसमान में शामिल हैं


तेरी बातें शामों में शामिल हैं
जैसे सरगम साजों में शामिल है



तेरी बाहें मेरी आहों में शामिल हैं
जैसे खुशबू फूलों में शामिल है



तेरे कदम मेरी राहों में शामिल हैं
जैसे एक हमसफ़र जिंदगी के सफर में शामिल है


(Genuinely Uttam's)