तू मेरे हर पल में शामिल है
जैसे धड़कन दिल में शामिल है
तेरी आँखें सपनों में शामिल हैं
जैसे तारे आसमान में शामिल हैं
तेरी बातें शामों में शामिल हैं
जैसे सरगम साजों में शामिल है
तेरी बाहें मेरी आहों में शामिल हैं
जैसे खुशबू फूलों में शामिल है
तेरे कदम मेरी राहों में शामिल हैं
जैसे एक हमसफ़र जिंदगी के सफर में शामिल है
(Genuinely Uttam's)
3 comments:
Bahot khoob Uttam Ji
सुभान अल्लाह उत्तम जी हम तो कायल है किस तरह से प्यार को आपने "शामिल" में दर्शाया है,
मेरी ओर से पेश है कुछ टूटे-फ़ूटे शब्द
********
रूठी हुई आंखो में इन्तजार होता है,
ना चाहते हुए भी प्यार होता है,
क्यूं देखते हैं हम वो सपने
जिन्दगी में' जिनके टूटने पर भी,
उनके सच होने का इन्तजार होता है!!!
Kabbile Tareef hai.... Yeh Uttam Ji..........
ये वफा का दौर है तो कोई बात नहीं
ये दर्द खुदा ने दिया तो कोई बात नहीं।
बेवफा खुद खुदा है तो कोई बात नहीं
ज़हर खुद उन्होंने भेजा है तो कोई बात नहीं।
हँस कर खुद पीया है मैनें तो कोई बात नहीं
तड़प रहे है हम अब खुद तो कोई बात नहीं।
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